गुरुवार

उमेश्वर दत्त"निशीथ"

अपने कैमरे के एक चित्र से प्रारम्भ करते हैं,
प्रकृति वैसे तो सभी को अच्छी लगती है,पर मुझे कुछ अधिक ही भाती है।

1 टिप्पणी: