बुधवार

बफे भोज

बफे भोज
डारी तरकारी, भीजि गई सबै सारी,
लाल नारी भई जूतन किनारी जो दबै दई।
डैमफूल बोलि घूमी रोष से नवेली नार,
रायता की थारी ताके आनन छपै दई॥
बडो युद्ध जीति लाई आइसक्रीम भावज तो,
बरै सोऊ बारी नंदैया छीनि लै गयी।
बफे भोज कहें कि बफ़ेलो भोज कहें,यार
भैसिया का चारा मनो नांदन कुरै दई॥
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